जिंदगी का इम्तिहान - एक शायरी। Exam of Life - A Shayeri
हुं तैयार में सैनी हर दर्द
नहीं चाहिए मुझे किसी के मदद,
हुं तैयार में सैनी हर दर्द
नहीं चाहिए मुझे किसी के मदद,
यह मेरा खुद का इम्तिहान है
हर हाल में मुझे खड़ा उतरना है।
नहीं चाहिए मुझे किसी के मदद,
हुं तैयार में सैनी हर दर्द
नहीं चाहिए मुझे किसी के मदद,
यह मेरा खुद का इम्तिहान है
हर हाल में मुझे खड़ा उतरना है।
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