आगे बढ़ने का ज़िद - शायरी। Determination to Progress - Shayari
शहनाहे तुझे अब बहुत कुछ
सहनेका आदत डाल दें,
शहनाहे तुझे अब बहुत कुछ
सहनेका आदत डाल दें,
पर आगे बढ़नेका जिद मत च्छोर
इसके लिए जी-जान लगा दे।
सहनेका आदत डाल दें,
शहनाहे तुझे अब बहुत कुछ
सहनेका आदत डाल दें,
पर आगे बढ़नेका जिद मत च्छोर
इसके लिए जी-जान लगा दे।
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