लक्ष कविता| A Motivational Poem.
लक्ष
जिंदगी एक सफर है,
जिसकी डोर,
किसी और के हाथ में है,
तुम जितना भी कोशिश करलो ,
इससे राहत नहीं मिलेगा तुम्हें।
पर तुम कोशिश कर सकते हो,
इसे अच्छा बनानेका,
यह बनाएगा तुम्हें हीरो जिंदगीका।
हरकोई कोशिश करना चाहताहै,
पर करता नहीं काम,
इसलिए सबको नहीं मिलता है,
धरतीमें अपना मुकाम।
चाहता जाना और करना मैं हे बहुत फर्क,
जिसने इसे समझा, और
वह हासिल किया अपने तक।
तुम क्यों कुछ करना चाहतेहो,
ए करना है ताई तुमको,
अगर कुछ बनना चाहते हो,
तो काम करना शिखो।
परिये अगले कविता (मैं निकल परा)
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