नया साल कविता| A Poem on New Year.
नया साल
पुराना साल बीत गया
नया साल आया रे,
साथ बह लेके आया
बहुत सारे खुशियां हम सबके लिये।
चलो हम उसे अपनाले,
जिंदगी उसके साथ चले,
वह बिठाएगा हम लोगोंको
उन्नति की सिंहासनमे।
वह तो है सबसे अच्छा
सच्चा राह बह सबको दिखाएगा,
तुम्हें सिर्फ उसे अपनानाहे
उनके ऊपर विश्वास रखनाहे,
वह दिखाएगा तुम्हें जो रास्ता,
देगा तुम्हें जो ख़ुशी,
मिट जाएगा सब फासला
बन जाएगा तुम्हारे जिंदगी।
हर साल को करताहे याद हमें
सोचताहे क्या हम सब हे खुशीमें?
लेकर आता है वह बहुत कुछ
इसलिए कि, हम सब हो जाए खुश।
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