इरादा कविता| A Poem on Aim.

 इरादा

 तु हारना मत,

तु रुकना मत,

 जिंदगी की नियम है चलना

 तु चलतेही रहना, तू चलतेही रहना!

इरादा कविता| A Poem on Aim.

जिंदगी लेतिहे  परीक्षा उन लोगोंकी 

जो होना चाहताहै बादशा

अपने जिंदगीकी। 

करना चाहता है कुछ अच्छा 

अपने देश की!


तू गिरेगा, पर उठ जाना

तू चोट पाएगा, पर  मत रुकना

 तू जरूर करेगा कुछ अच्छा 

दिल है तेरा सच्चा 

इरादा है तेरा अच्छा

 तु चलते जा, तु चलते जा।






Comments

Popular posts from this blog

ফেয়ারওয়েল কবিতা। Farewell - A Poem

ওয়াল ম্যাগাজিন - একটি কবিতা। Wall Magazine - A Poem

Think Big - A Short Story

Self Help - A Poem

ধান গাছ - একটি কবিতা। Paddy Crop - A Poem

Money - A Poem

Reality of Family - A Short Story