नया शुरुआत कविता। A Poem on New Start in Life.
नया शुरुआत
आज नया शुरुआत किया,
सुबह घुमके आया,
बहार पेपर पढ़ा,
टीवी देखा, शाम को घूम के आया,
जीवन को जैसा छोड़ दिया!
आज नए तरहसे शुरुआत किया!
थोड़ा दिक्कततो हमेशा रहेगा
पर चलनेका नामही है जिंदगी!
हमेशा चलते रहो
रुकना नहीं,रुकना नहीं!
जिंदगी एक आईना जैसी
तुम मुस्कुराअगे तो मुस्कुराएंगी,
रोअगे तो रोएगी,
ये तुम्हें तय करनाहे
तुम कैसे चाहोगे गुजारना आपनि जिंदगी।
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